भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा स्थानीय समुदायों की अतिरिक्त आय बढ़ाने के लिए ट्रांस-हिमालयी शीत रेगिस्तान में कृषि वानिकी की भूमिका पर रिपोर्ट  -:   26 July 2024

 आईसीएफआरई-वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने 24 जुलाई 2024 को वन महोत्सव 2024 का आयोजन किया।  -:   25 July 2024

 आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट (असम) ने 12 जुलाई, 2024 को एआईसीआरपी-10 के तहत असम के जोरहाट वन विभाग के फ्रंटलाइन स्टाफ के लिए नर्सरी प्रबंधन प्रथाओं और वन बीज प्रौद्योगिकी पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया।  -:   25 July 2024

 भा.वा.अ.शि.प.-आफरी जोधपुर द्वारा मनाए गए वनमहोत्सव पखवाड़ा ( 1 से 15 जुलाई 2024) की रिपोर्ट  -:   19 July 2024

 टीएफआरआई, जबलपुर में तेलंगाना वन अकादमी, हैदराबाद के प्रशिक्षु वन रेंज अधिकारियों की शैक्षिक यात्रा  -:   19 July 2024

 टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा वृक्षारोपण महोत्सव-2024-एक वृक्ष माँ के नाम का आयोजन  -:   19 July 2024

 डी. ए. वी. आनंद स्वामी पब्लिक स्कूल, हेहल, रांची के विद्यार्थियों का भा.वा.अ.शि.प. - वन उत्पादकता संस्थान, रांची में शैक्षणिक भ्रमण   -:   18 July 2024

  राजभाषा प्रकोष्ठ, मीडिया एवं विस्तार प्रभाग द्वार दिनांक 8 से 12 जुलाई तक "कंठस्थ अनुवाद टूल" विषय पर राजभाषा हिन्दी प्रशिक्षण कार्यशाला की रिपोर्ट  -:   16 July 2024

 तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एवं पेपर्स लिमिटेड, करूर के क्षेत्र पर्यवेक्षकों को 'वृक्षारोपण प्रबंधन और ट्रीजेनी' पर एक दिवसीय प्रशिक्षण रिपोर्ट  -:   16 July 2024

 आईसीएफआरई-इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज द्वारा "वन महोत्सव" का आयोजन किया गया  -:   16 July 2024

 आईसीएफआरई एलईसी अगरतला ने 15.07.2024 को आईसीएफआरई एलईसी परिसर में सेवन सिस्टर्स डेवलपमेंट असिस्टेंस (एसईएसटीए) की वित्तीय सहायता से बांस प्रसार और नर्सरी प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया।  -:   16 July 2024

 आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट (असम) ने 5 जुलाई, 2024 को एक पेड़ माँ के नाम अभियान का आयोजन किया।  -:   16 July 2024

 आईसीएफआरई-आजीविका विस्तार केंद्र, अगरतला (त्रिपुरा) ने वीवीके कैंपा एक्सटेंशन के तहत आईसीएफआरई एलईसी अगरतला परिसर में 15.05.2024 को बांस प्रसार और नर्सरी प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।  -:   16 July 2024

 आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद के प्रशिक्षु वन बीट अधिकारियों के दौरे पर रिपोर्ट  -:   15 July 2024

 वन महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान (टीएनएयू), मेट्टुपालयम के बी.एस.सी. (वानिकी) छात्रों के लिए एक दिवसीय एक्सपोजर विजिट पर रिपोर्ट   -:   12 July 2024

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भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

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