महानिदेशक के डेस्क से
श्रीमती कंचन देवी, भा.व.से.
महानिदेशक
आगामी आयोजन
हिंदी दिवस समारोह 2024 एवं चतुर्थ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन के प्रथम सत्र की वैबकास्ट लिंक updated: 13 September 2024
आईसीएफआरई-इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज में 27 सितंबर 2024 को आयोजित होने जा रही राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी 2024 का ब्रोशर updated: 06 September 2024
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आईसीएफआरई, देहरादून का प्रशिक्षण कैलेंडर updated: 28 June 2024
आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून का अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कैलेंडर-2024 updated: 14 June 2024
बुलेटिन बोर्ड
आगामी हिंदी दिवस पर माननीय मंत्री महोदय का संदेश updated: 13 September 2024
न्यूज़लैटर, खंड-II, अंक-I, (जनवरी-मार्च, 2024), आईसीएफआरई-आरएफआरआई, जोरहाट updated: 24 June 2024
मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने के लिए विश्व दिवस पर संगोष्ठी 18 जून 2024 updated: 14 June 2024
Office Order related to technical staff of erstwhile IPIRTI updated: 05 June 2024
आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून का अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कैलेंडर-2024 updated: 01 April 2024
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं द्वारा नीम के बीज, पौध की नई विकसित किस्मों की मूल्य सूची updated: 16 February 2024
भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला में हिमालय दिवस समारोह पर एक रिपोर्ट -: 13 September 2024
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, बिलासपुर के अधिकारियों के लिए 'वन नियम, पारिस्थितिकी और जैव विविधता' पर 04 दिवसीय 10 सितम्बर, 2024 से 13 सितम्बर, 2024 तक प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट। -: 11 September 2024
वन विभाग, हरियाणा के वन कर्मचारियों को "गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन और नर्सरी प्रौद्योगिकी" पर प्रशिक्षण रिपोर्ट -: 11 September 2024
हिमालय दिवस के जश्न के एक भाग के रूप में आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून द्वारा 9 सितंबर, 2024 को आयोजित ऑनलाइन सेमिनार की एक रिपोर्ट -: 11 September 2024
केन्द्रीय विद्यालय,समस्तीपुर में "प्रकृति" कार्यक्रम के तहत आयोजित पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम पर रिपोर्ट -: 06 September 2024
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, कटरा, जम्मू-कश्मीर के वन विंग के 05 सितंबर 2024 को दौरे की रिपोर्ट -: 06 September 2024
आजीविका विकास के लिए बांस हस्तशिल्प पर पांच दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण आईसीएफआरई-एलईसी, अगरतला इशानपुर, पश्चिम त्रिपुरा द्वारा 19-23 अगस्त, 2024 तक आयोजित किया गया। -: 05 September 2024
आईसीएफआरई- हिमालय वन अनुसंधान संस्थान, शिमला में सेंट बेड्स कॉलेज शिमला के तृतीय वर्ष के बीएससी मेडिकल के छात्रों की एजुकेशनल यात्रा पर एक रिपोर्ट -: 04 September 2024
आईसीएफआरई-इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज द्वारा आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय और सुगंधित पौधों पर कौशल विकास सह प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण पर एक रिपोर्ट आयोजित की गई -: 02 September 2024
आईसीएफआरई-एलईसी अगरतला में 26-27 अगस्त, 2024 तक जेएफएमसी और युवाओं के लिए नर्सरी तकनीक और लिटसी ग्लूटिनोसा की वैज्ञानिक डिबार्किंग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण -: 02 September 2024
भारतीय वन सेवा प्रशिक्षु अधिकारी, बैच २०२३-२०२५ का भा.वा.अ.शि.प.-शुष्क वन अनुसन्धान संस्थान, जोधपुर में भ्रमण कार्यक्रम की रिपोर्ट -: 02 September 2024
भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद(आईसीएफआरई) ने 20 और 21 अगस्त, 2024 को आईसीएफआरई-आईएफजीटीबी, कोयंबटूर में वृक्ष सुधार पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। -: 02 September 2024
आईसीएफआरई-ईआरसी में 78वें स्वतंत्रता दिवस का आयोजन ICFRE-ERC: 27 August 2024
और पढ़ेंभा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी
जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी
जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है।
कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक
पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।
मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक
वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।
देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन
देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।
बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण
उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।