भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा 19 मार्च 2025 को फ्रिटिलारिया रॉयली की खेती तकनीक पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट  -:   01 April 2025

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा 18 मार्च 2025 को फ्रिटिलारिया रॉयली की खेती तकनीक पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट  -:   01 April 2025

 आईसीएफआरई-एलईसी, प्रयागराज द्वारा आयोजित "अल्पज्ञात वन पौधों के औद्योगिक उपयोग के लिए जैवपूर्वेक्षण" पर प्रशिक्षण सह प्रदर्शन कार्यशाला  -:   01 April 2025

 आई.सी.एफ.आर.ई. - बांस और रतन केंद्र (बीआरसी), आइजोल द्वारा 24-25 मार्च 2025 तक आयोजित वृक्ष उत्पादक मेले की रिपोर्ट  -:   01 April 2025

 एफआरसी-ईआर, प्रयागराज द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक अवसर का आयोजन  -:   27 March 2025

 25 मार्च, 2025 को आईसीएफआरई-आजीविका विस्तार केंद्र, गांधीग्राम, अगरतला द्वारा आयोजित वृक्ष उत्पादक मेले की रिपोर्ट  -:   27 March 2025

 आविष्कारक उपयोगकर्ता सम्मेलन - 2025" वन-आधारित प्रौद्योगिकियों में व्यावसायिक अवसरों की खोज करता है  -:   21 March 2025

 वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून ने 21.03.2025 को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया  -:   21 March 2025

 वन विज्ञान केंद्र (वीवीके), मिजोरम के तहत खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खाद्य मशरूम की खेती पर प्रशिक्षण  -:   18 March 2025

 वन विज्ञान केंद्र (वीवीके), मिजोरम के तहत आजीविका सहायता के लिए पुष्प शिल्प पर प्रशिक्षण  -:   18 March 2025

 28-02-2025 को बहुदुरपल्ली, हैदराबाद, तेलंगाना से ZPHS छात्रों के आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद हैदराबाद के दौरे पर रिपोर्ट  -:   18 March 2025

 आईसीएफआरई-वन आनुवंशिकी और वृक्ष प्रजनन संस्थान, कोइम्बटोर द्वारा 5 मार्च २०२५ को ईआरटी का उपयोग करके चंदन में हार्टवुड सामग्री के आकलन पर ट्रेनिंग रिपोर्ट   -:   18 March 2025

 12 मार्च, 2025 को त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले के राजीबनगर में कम लागत वाली वर्मीकम्पोस्टिंग तकनीक और आजीविका सृजन पर प्रशिक्षण पर एक रिपोर्ट  -:   17 March 2025

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा वानिकी प्रजातियों के बीज और नर्सरी तकनीकों पर हितधारकों के क्षमता निर्माण पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट  -:   17 March 2025

 तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन की रिपोर्ट 'पादप ऊतक संवर्धन द्वारा बांस की उत्तम गुणवत्ता की रोपण सामग्री का उत्पादन'  -:   03 March 2025

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भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

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