भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

 आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद के प्रशिक्षु वन बीट अधिकारियों के दौरे पर रिपोर्ट  -:   15 July 2024

 वन महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान (टीएनएयू), मेट्टुपालयम के बी.एस.सी. (वानिकी) छात्रों के लिए एक दिवसीय एक्सपोजर विजिट पर रिपोर्ट   -:   12 July 2024

 टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा वानिकी क्षेत्र में बीज गुणवत्ता आश्वासन (एसक्यूए) पर आयोजित प्रशिक्षण पर रिपोर्ट  -:   11 July 2024

 दिनांक 04.07.2024 को राजकीय मध्य विद्यालय, बजरा, रांची के परिसर में 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत छह प्रजातियों के पौधों का वृक्षारोपण कार्यक्रम  -:   11 July 2024

 आईसीएफआरई-आईएफपी, रांची में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम पर रिपोर्ट  -:   10 July 2024

  आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 03.07.2024 को "एक पेड़ माँ के नाम- माँ के नाम पर एक पेड़" के उत्सव पर रिपोर्ट  -:   10 July 2024

  आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 19.06.2024 को "मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने के लिए विश्व दिवस" ​​के जश्न पर रिपोर्ट  -:   10 July 2024

 आईसीएफआरई-आईएफबी और मल्ला रेड्डी विश्वविद्यालय, हैदराबाद द्वारा संयुक्त रूप से 05.06.2024 को "विश्व पर्यावरण दिवस" ​​पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की रिपोर्ट  -:   10 July 2024

  राजभाषा प्रकोष्ठ, मीडिया एवं विस्तार प्रभाग द्वार दिनांक 8 से 12 जुलाई तक "कंठस्थ अनुवाद टूल" विषय पर राजभाषा हिन्दी प्रशिक्षण कार्यशाला के आयोजन पर रिपोर्ट  -:   09 July 2024

  आईसीएफआरई- एचएफआरआई शिमला में बीएससी से कृषि छात्र आरएबीएल कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, छुईखदान, छत्तीसगढ़ की शैक्षिक यात्रा पर रिपोर्ट   -:   08 July 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा एनआईएसआर, लेह, यूटी लद्दाख में आयोजित शीत रेगिस्तान के औषधीय पौधों की खेती और संरक्षण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट।  -:   08 July 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस -2024 के उत्सव पर रिपोर्ट।  -:   08 July 2024

 .आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के जश्न पर रिपोर्ट।  -:   08 July 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा चुचोट, लेह, लद्दाख में औषधीय पौधों की खेती और संरक्षण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट।  -:   08 July 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा विश्व मरुस्थलीकरण दिवस-2024 और एक पेड़ माँ के नाम के उत्सव पर रिपोर्ट।  -:   08 July 2024

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भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

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