भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

 आईसीएफआरई-ईआरसी, प्रयागराज ने 27 सितंबर 2024 को एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया।  -:   11 October 2024

 14.09.2024 को आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में एक पेड़ मां के नाम के तहत "मातृ वैन" की स्थापना पर रिपोर्ट।  -:   11 October 2024

 17 से 19 सितंबर 2024 तक भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के लिए आईसीएफआरई-सीईसी, विशाखापत्तनम द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट  -:   11 October 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा चारा बैंक प्रबंधन साइलेज निर्माण और भंडारण पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक रिपोर्ट।  -:   11 October 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा चारा बैंक प्रबंधन साइलेज निर्माण और भंडारण पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक रिपोर्ट।  -:   11 October 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा मृदा परीक्षण आधारित पोषक तत्व प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देने पर एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम की रिपोर्ट  -:   11 October 2024

 आरएफआरआई, जोरहाट में आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2024 पर रिपोर्ट  -:   08 October 2024

 24 से 26 सितंबर 2024 तक "बीज और नर्सरी प्रौद्योगिकी में उन्नति" पर एफटीएसएल, एस एंड एफएम डिवीजन, आईसीएफआरई-एफआरआई द्वारा आयोजित एमओईएफ एंड सीसी, नई दिल्ली प्रायोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक रिपोर्ट  -:   04 October 2024

 आईसीएफआरई मुख्यालय, देहरादून में 17 सितंबर 2024 से 30 सितंबर 2024 तक आयोजित स्वच्छता ही सेवा 2024 के तहत गहन गतिविधियों की समेकित रिपोर्ट  -:   04 October 2024

 आईसीएफआरई-आजीविका विस्तार केंद्र, अगरतला द्वारा राजीबनगर, सिपाहीजाला में आजीविका विकास के लिए बांस के आभूषण और उपयोगी हस्तशिल्प पर तीन दिवसीय क्षमता निर्माण प्रशिक्षण रिपोर्ट का आयोजन किया गया।  -:   04 October 2024

 आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून ने वन्यजीव सप्ताह-2024 के उत्सव के एक भाग के रूप में 3 अक्टूबर, 2024 को एक ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया  -:   03 October 2024

 भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद में 30 सितंबर 2024 को हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन  -:   03 October 2024

 भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद में 30 सितंबर 2024 को हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन  -:   03 October 2024

 आईसीएफआरई-इको रिहैबिलिटेशन सेंटर प्रयागराज में आयोजित "हिन्दी व्याकरणमाला" की कार्यवाही  -:   01 October 2024

 आईसीएफआरई-बांस और रतन केंद्र, बेथलहम वेंगथलांग, आइजोल, मिजोरम में वन विज्ञान केंद्र के तहत मधुमक्खी पालन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम  -:   01 October 2024

और पढ़ें

भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

Untitled Document