भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

  आईसीएफआरई-टीएफआरआई, जबलपुर में 19 सितंबर 2024 को ई-ऑफिस पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया  -:   20 November 2024

 भा.वा.अ.शि.प.-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट (असम) में 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक आयोजित विशेष अभियान 4.0 पर रिपोर्ट  -:   18 November 2024

 आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला में अन्य हितधारकों के लिए ओक प्रजाति के बीज, नर्सरी और रोपण तकनीकों पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण की रिपोर्ट  HFRI:   05 November 2024

 तमिलनाडु मॉडल स्कूल शिक्षकों के एक दिवसीय प्रदर्शन दौरे पर रिपोर्ट  IFGTB:   04 November 2024

 चंद्रपुर वन अकादमी, महाराष्ट्र के वनकर्मियों (प्रशिक्षुओं) के लिए एक्सपोजर विजिट पर रिपोर्ट  IFGTB:   01 November 2024

 आईसीएआर-केवीके के साथ वीवीके की नेटवर्किंग: प्रदर्शन भूखंडों की स्थापना पर रिपोर्ट  IFGTB:   01 November 2024

 कैम्पा विस्तार के अंतर्गत डेमो गांव डी. गूडलूर में पौधरोपण के उद्घाटन पर रिपोर्ट  IFGTB:   01 November 2024

 आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट, असम में आयोजित ई-ऑफिस प्रशिक्षण पर रिपोर्ट  RFRI:   01 November 2024

 आईसीएफआरई-ईआरसी, प्रयागराज द्वारा एआईसीआरपी-17 (चारा) परियोजना के अंतर्गत बुन्देलखंड के किसानों के लिए साइलेज पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन  -:   24 October 2024

 आईसीएफआरई-ईआरसी, प्रयागराज द्वारा आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय और सुगंधित पौधों पर आयोजित कौशल सह विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट  -:   24 October 2024

 प्रशिक्षण कार्यक्रमः उत्तर प्रदेश के कृषि वानिकी मॉडल  -:   18 October 2024

  वानिकी महाविद्यालय शुआट्स में 70वाँ वन्य जीव सप्ताह का आयोजन  -:   18 October 2024

 आफरी में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पोषित नर्सरी तकनीक पर विविध हितधारकों हेतु तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (9 से 11 अक्टूबर 2024 )की रिपोर्ट  -:   18 October 2024

 सरकारी कर्मचारियों के लिए सतर्कता संबंधी जागरूकता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम  -:   17 October 2024

 भावाअशिप-शुष्क वन अनुसन्धान संस्थान द्वारा वन्य जीव सप्ताह (2 से 8 अक्टुबर 2024) के आयोजित कार्यक्रम की रिपोर्ट.  -:   17 October 2024

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भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

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