महानिदेशक के डेस्क से
![महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प.](Images/dg.png)
श्रीमती कंचन देवी, भा.व.से.
महानिदेशक
आगामी आयोजन
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आईसीएफआरई, देहरादून का प्रशिक्षण कैलेंडर updated: 28 June 2024
आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून का अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कैलेंडर-2024 updated: 14 June 2024
बुलेटिन बोर्ड ![](Images/arrow123.gif)
न्यूज़लैटर, खंड-II, अंक-I, (जनवरी-मार्च, 2024), आईसीएफआरई-आरएफआरआई, जोरहाट updated: 24 June 2024
मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने के लिए विश्व दिवस पर संगोष्ठी 18 जून 2024 updated: 14 June 2024
Office Order related to technical staff of erstwhile IPIRTI updated: 05 June 2024
आईसीएफआरई-एफआरआई, देहरादून का अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कैलेंडर-2024 updated: 01 April 2024
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं द्वारा नीम के बीज, पौध की नई विकसित किस्मों की मूल्य सूची updated: 16 February 2024
भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद के प्रशिक्षु वन बीट अधिकारियों के दौरे पर रिपोर्ट -: 15 July 2024
वन महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान (टीएनएयू), मेट्टुपालयम के बी.एस.सी. (वानिकी) छात्रों के लिए एक दिवसीय एक्सपोजर विजिट पर रिपोर्ट -: 12 July 2024
टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा वानिकी क्षेत्र में बीज गुणवत्ता आश्वासन (एसक्यूए) पर आयोजित प्रशिक्षण पर रिपोर्ट -: 11 July 2024
आईसीएफआरई-आईएफपी, रांची में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम पर रिपोर्ट -: 10 July 2024
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 03.07.2024 को "एक पेड़ माँ के नाम- माँ के नाम पर एक पेड़" के उत्सव पर रिपोर्ट -: 10 July 2024
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 19.06.2024 को "मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने के लिए विश्व दिवस" के जश्न पर रिपोर्ट -: 10 July 2024
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस -2024 के उत्सव पर रिपोर्ट। -: 08 July 2024
.आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के जश्न पर रिपोर्ट। -: 08 July 2024
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा चुचोट, लेह, लद्दाख में औषधीय पौधों की खेती और संरक्षण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट। -: 08 July 2024
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा विश्व मरुस्थलीकरण दिवस-2024 और एक पेड़ माँ के नाम के उत्सव पर रिपोर्ट। -: 08 July 2024
भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी
जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है।
जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी
पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।
कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक
वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।
मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक
देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।
देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन
उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।
बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण